Sarfira (2024) | |
Director: | Sudha Kongara |
Cast: | Akshay Kumar, Radhika Madan, Paresh Rawal |
Genre: | Drama, Biographical |
Runtime: | 153 minutes |
Rating: | ⭐⭐⭐½ |
Bollywood का नया Biographical Drama “Sarfira” theaters में release हो चुका है। यह फिल्म एक ऐसे शख्स की कहानी है जो अपने सपनों को उड़ान देने के लिए हर मुश्किल का सामना करता है। Akshay Kumar की इस फिल्म में उनका powerful performance देखने को मिला है, जो दर्शकों को भावुक कर देता है।
एक सपने की उड़ान
“Sarfira” की कहानी Vir Jagannath Mhatre (Akshay Kumar) नाम के एक middle-class व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक सस्ती airline शुरू करने का सपना देखता है। उसका मकसद है कि आम आदमी भी हवाई यात्रा कर सके। लेकिन इस सपने को पूरा करने में उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
फिल्म की शुरुआत में ही हमें Vir के जज्बे का अंदाजा हो जाता है। वह Air Force में pilot था, लेकिन अपने पिता की मृत्यु के बाद उसने अपना सपना बदल दिया। अब वह चाहता है कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी हवाई जहाज में सफर कर सके।
कड़ी मेहनत और संघर्ष की कहानी
Director Sudha Kongara ने इस कहानी को बड़े ही संवेदनशील तरीके से पर्दे पर उतारा है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे Vir को हर कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। चाहे वो bank से loan लेना हो या फिर अपनी airline के लिए permission लेना, हर जगह उसे निराशा ही हाथ लगती है।
लेकिन Vir हार नहीं मानता। उसकी पत्नी Rani (Radhika Madan) उसका साथ देती है और उसे हौसला देती रहती है। Radhika Madan ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है और Akshay Kumar के साथ उनकी chemistry काफी अच्छी लगती है।
दमदार performances
Akshay Kumar ने Vir के किरदार में जान डाल दी है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को पर्दे पर जीवंत किया है जो अपने सपने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। Akshay के emotional scenes दर्शकों को भावुक कर देते हैं, खासकर जब वह अपने पिता की याद में रोता है या फिर जब उसे अपना सपना पूरा होता नजर आता है।
Paresh Rawal ने Vir के दुश्मन Paresh Goswami का किरदार निभाया है। वह एक बड़ी airline company का मालिक है जो हर तरह से Vir को रोकने की कोशिश करता है। Paresh Rawal ने अपने negative role में एक बार फिर कमाल कर दिया है।
तकनीकी पहलू
फिल्म की cinematography काफी शानदार है। खासकर हवाई जहाज के scenes बेहद खूबसूरती से फिल्माए गए हैं। Background music भी कहानी के साथ अच्छे से blend होता है और दर्शकों को इमोशनल करने में मदद करता है।
लेकिन कुछ जगहों पर फिल्म की editing थोड़ी loose लगती है। कुछ scenes को छोटा किया जा सकता था, जिससे फिल्म की length कम हो जाती। 153 minutes की runtime थोड़ी ज्यादा लगती है।
प्रेरणादायक कहानी
“Sarfira” एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को प्रेरित करती है। यह दिखाती है कि अगर आप अपने सपनों के पीछे लगे रहें तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती। फिल्म में कई ऐसे dialogues हैं जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं।
एक scene में Vir कहता है, “सपने वो नहीं होते जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो होते हैं जो सोने नहीं देते।” यह dialogue फिल्म के मूल संदेश को बखूबी बयान करता है।
तुलना और निष्कर्ष
“Sarfira” दरअसल Tamil फिल्म “Soorarai Pottru” का Hindi remake है। जो लोग original फिल्म देख चुके हैं, उन्हें शायद कुछ scenes familiar लगेंगे। लेकिन Akshay Kumar ने अपने अंदाज में इस किरदार को नया रूप दिया है।
कुल मिलाकर, “Sarfira” एक अच्छी फिल्म है जो आपको सोचने पर मजबूर करती है और प्रेरित करती है। अगर आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो आपको हौसला दे और entertainment भी करे, तो यह फिल्म आपके लिए perfect choice हो सकती है।
यह फिल्म सिर्फ एक व्यक्ति के सपने की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति का सपना पूरे देश के लिए game changer बन सकता है। “Sarfira” हमें याद दिलाती है कि हमारे देश में अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है और अगर हम चाहें तो कुछ भी असंभव नहीं है।
Key Highlights | |
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Positives: | – Akshay Kumar’s powerful performance – Inspiring storyline – Good supporting cast – Excellent cinematography |
Negatives: | – Slightly long runtime – Some predictable plot points |
Verdict: | A must-watch inspirational drama that soars high with its performances and storytelling. |
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